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पहली बार ट्रांसजेण्डर अधिनियम एक्ट के तहत दर्ज हुआ केस
-पहली बार किसी ने नेग मांगने पर किन्नरों को मारापीटा, सोने की बाली छीन ली, पैसा छीन लिया
-बादशाह टाकीज के पीछे की रहने वाली आरती नामक किन्नर वाया काजल किन्नर ने गंदा नाला निवासी पिता त्रिभुवन शुक्ल और उनके दो पुत्रों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा
बस्ती। शायद प्रदेश में पहली बार बस्ती में पिता और दो पुत्रों के खिलाफ टासंजेडर अधिकार सरंक्षण अधिनियम 2019 के तहत कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ। यह मुकदमा नेग मांगने पर किन्नरों को मारनेपीटने, सोने की बाली छीनने और पैसा छीनने के आरोप में बादशाह टाकीज के पीछे की रहने वाली आरती नामक किन्नर वाया काजल किन्नर ने गंदा नाला निवासी पिता त्रिभुवन शुक्ल और उनके दो पुत्रों के खिलाफ दर्ज कराया। सवाल उठ रहा है, कि इतनी बड़ी घटना लूटने के नीयत से तो पिता और पुत्रों ने किया नहीं होगा, वैसे भी हमारे समाज में कोई किन्नर से बददुआ लेना नहीं चाहता, अमूमन कम अधिक नेग देकर आशीर्वाद ले ही लेते है। अगर यह लोग नेग मांगने गई थी, तो हो सकता है, कि इन लोगों ने इतना अधिक नेग मांगा हो, जिसके चलते यह घटना हो गई। वैसे जब से नेग मांगने का रेट वायरल हुआ, तभी से इस तरह की घटनाएं सामने आने लगी। किन्नरों की मुखिया ने मीडिया में यह बयान भी दिया था, कि कुछ ऐसी किन्नर हैं, जो नेग के नाम पर किन्नर समाज को बदनाम कर रही है, यह भी कहा था, कि अगर कोई किन्नर अधिक नेग मांगे या फिर नेग के लिए जबरदस्ती करे तो उनसे आईकार्ड अवष्य मांगे और उस कार्ड पर लिखे मुखिया के नंबर पर अवष्य फोन करें। बार-बार कहा जा रहा है, कि कोई भी परिवार या व्यक्ति किसी किन्नर से बददुआ नहीं लेना चाहता, हर कोई चाहता है, कि किन्नर का आशीर्वाद बच्चे और बहु को मिले। समाज भी उन किन्नर समाज से अपील करती है, कि वह उतना ही नेग मांगे जो जजमान दे सके। नेग के लिए न तो कभी जबदस्ती करें और न कपड़े ही फाड़े। क्यों कि बददुआ सिर्फ किन्नर ही नहीं नहीं दे सकते, वे लोग भी दे सकते हैं, जिनका मन दुखी करके नेग लिया गया हो। इसी तरह यजमान को भी मारपीट जैसी घटनाओं से बचना चाहिए। क्यों कि छोटी सी गलती के चलते कोई किसी का भविष्य खराब हो सकता है। मान लीजिए, कि अगर ऐसा व्यक्ति हैं, जो नौकरी के लिए प्रयास कर रहा है, अगर उस व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो जाएगा तो उसका करेक्टर सर्टिॅिफकेट नहीं बनेगा, तब उसे नौकरी से वंचित होना पड़ेगा।
बकौल किन्नर आरती घटना वह अपने गुरू काजल किन्नर हाल मुकाम बादशाह टाकीज के पीछे थाना कोतवाली की निवासी है, और पारम्परिक रीति रिवाज के अनुसार समाज में बधाई मांग कर गुजर बसर करती है। दो सितम्बर को वह गंदे नाले के पास टावर के समीप बने एक सफेद मकान के सामने साथी माही और जूही किन्नर के साथ खड़े होकर एक अन्य साथी का इन्तजार कर रहे थे। ठीक उसी समय मकान के मालिक जिनका नाम त्रिभुवन शुक्ल बताया उनके दो पुत्र अचानक गेट खोलकर बाहर आये और गालियां देने लगे, मारा पीटा, चार हजार रूपया दो कानों की सोने की बाली छीन लिया।
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